‘देवताओं की भूमि’ माना जाने वाला उत्तराखंड सनातन धर्म के कुछ सबसे बड़े तीर्थ स्थलों का घर है। पूरे वर्ष के दौरान हिन्दू तीर्थ यात्री अलग-अलग यात्राओं के लिए उत्तराखंड आते हैं। इन सभी शुभ यात्राओं में चार धाम यात्रा और छोटी चार धाम यात्रा भी है।
अधिकतर लोगों को ये पता नहीं होता पर वास्तव में दो चार धाम यात्राएं होती हैं। एक को बड़ी चार धाम यात्रा कहा जाता है। दूसरी को छोटी चार धाम यात्रा कहा जाता है। बड़ी चार धाम यात्रा में जो चार धाम शामिल हैं, वह बद्रीनाथ (उत्तराखंड), द्वारका (गुजरात), जगन्नाथ पुरी (उड़ीसा) और रामेश्वरम (तमिलनाडु) हैं।
उत्तराखंड में आयोजित होने वाली चार धाम यात्रा को छोटी चार धाम यात्रा कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो कोई भी इस यात्रा को जीवन में एक बार पूरा करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। उत्तराखंड की छोटी चार धाम यात्रा में जो धाम शामिल हैं वह यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ हैं।
Char Dhaam Yatra 2023 का ओवर व्यू
यमुनोत्री धाम प्रारंभिक तिथि | 22 अप्रैल 2023 |
गंगोत्री धाम प्रारंभिक तिथि | 22 अप्रैल 2023 |
केदारनाथ धाम प्रारंभिक तिथि | 25 अप्रैल 2023 |
बद्रीनाथ धाम प्रारंभिक तिथि | 27 अप्रैल 2023 |
चार धाम यात्रा पैटर्न | यमुनोत्री-गंगोत्री-केदारनाथ-बद्रीनाथ |
चार धाम यात्रा अंतिम तिथि | 21 नवंबर 2023 (अस्थाई) |
हमने चार धाम यात्रा 2023 से संबंधित सारी जानकारी को इस लेख में एक जगह दिया है। यह जानकारी चार धाम यात्रा की सफलतापूर्वक योजना बनाने में आपकी सहायता करेगी।
Char Dhaam Yatra 2023 की प्रारंभिक तिथियाँ
आखिरकार, वर्ष का सबसे शुभ समय आ गया है। चार धाम यात्रा 2023 को शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं। इस साल चार धाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होगी। परंपरानुसार अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोले जाएंगे।
इस वर्ष केदारनाथ मंदिर के कपाट 25 अप्रैल 2023 को खोले जाएंगे और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल 2023 को खोले जाएंगे।
Char Dhaam Yatra 2023 का रोड मैप

चार धाम की यह शुभ यात्रा यमुनोत्री धाम की यात्रा के साथ शुरू होती है। यमुनोत्री धाम देवी यमुना को समर्पित है और यह यमुना नदी का उद्गम स्थल भी है, जिसे भारत की दूसरी सबसे पवित्र नदी माना जाता है।

यमुनोत्री धाम की यात्रा के बाद तीर्थयात्री गंगोत्री धाम के लिए अपनी यात्रा प्रारंभ करते हैं।गंगोत्री धाम देवी गंगा को समर्पित है। गंगोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 3,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
गंगा नदी को भागीरथी के नाम से भी जाना जाता है और देवप्रयाग के पास अलकनंदा में मिलने के बाद इसे गंगा नाम दिया गया है। गंगोत्री ग्लेशियर में गोमुख से भागीरथी नदी बहती है जो गंगोत्री से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर है।

गंगोत्री धाम की यात्रा के बाद तीर्थयात्री केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू करते हैं। केदारनाथ धाम चोराबाड़ी ग्लेशियर के पास 3,580 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस जगह को मंदाकिनी नदी का उद्गम स्थल भी कहा जाता है। सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों के लिए केदारनाथ की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
पूरे भारत में अलग-अलग स्थानों पर मौजूद भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ ज्योतिर्लिंग भी है। गढ़वाल हिमालय में बसा केदारनाथ, भारत के सबसे अधिक पूजे जाने वाले तीर्थस्थलों में से एक है।

केदारनाथ धाम की यात्रा के बाद, तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरू करते हैं, जो कि चार धाम यात्रा का अंतिम पड़ाव होता है। यह अलकनंदा नदी के तट पर समुद्र तल से 3,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मुख्य मंदिर का नाम बद्रीनाथ मंदिर के नाम पर रखा गया है, जो कि पालनकर्ता भगवान विष्णु को समर्पित है।
Char Dhaam Yatra 2023 की तैयारी कैसे करें ?
पवित्र चार धाम यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, आपको यह तय करने की आवश्यकता है कि आप अपनी चार धाम यात्रा कब करना चाहते हैं। इस साल चार धाम यात्रा 22 अप्रैल 2023 को शुरू होगी, इसलिए अपनी यात्रा की योजना उसी के अनुसार बनाएं।
1. चार धाम यात्रा 2023 के लिए आवश्यक दिनों की संख्या
- अगर आप पवित्र चारों धाम की यात्रा करना चाहते हैं तो कम से कम आपके पास 10 से 12 दिन होने चाहिए।
- अगर आप दो धाम की यात्रा करना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम 5 से 7 दिन का समय होना चाहिए।
- यदि आप सिर्फ एक ही धाम की यात्रा करना चाहते हैं तो भी आपके पास कम से कम 3 से 5 दिन का समय होना चाहिए।
2. चार धाम यात्रा 2023 के लिए सही समय का चुनाव करें
श्रद्धालुओं को बता दें कि चार धाम यात्रा करने के लिए मई और जून का महीना सबसे व्यस्त होता है। इसका कारण यह है कि अधिकांश तीर्थयात्री जल्द से जल्द पवित्र तीर्थों की यात्रा करना चाहते हैं। अगर आप जल्दी में नहीं हैं और भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो सितंबर महीना चार धाम यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है।
अक्टूबर और नवंबर इन पवित्र धामों के दर्शन के लिए आखिरी महीने होते हैं। इन महीनों के अंत में मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं।
3. चार धाम यात्रा 2023 के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट (Fitness Certificate) की व्यवस्था अवश्य करें
जो भी श्रद्धालु इस वर्ष चार धाम यात्रा की योजना बना रहे हैं वह इस बात का ध्यान रखें कि पवित्र तीर्थस्थलों की यात्रा के लिए पंजीकरण कराने से पहले प्रत्येक यात्री को अपना फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाना होगा। जो भी लोग पवित्र तीर्थों की यात्रा करते हैं, उनका शारीरिक रूप से फिट होना आवश्यक है। चार धाम यात्रा एक बहुत लंबी यात्रा होती है। कई बार स्वास्थ्य दिक्कतों के चलते यात्री चार धाम यात्रा पूरी नहीं कर पाते हैं।
चार धाम यात्रा 2023 के तहत श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य जांच की भी व्यवस्था की गई है। उत्तराखंड सरकार ने विभिन्न स्थानों पर थर्मल स्क्रीनिंग स्टेशन को भी स्थापित किया हैं। किसी भी तरह की अनिश्चितता से बचने के लिए सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि यात्रा के दौरान कुछ स्वास्थ्य जांच केंद्र उपस्थित हों।
4. चार धाम यात्रा 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें –
चार धाम यात्रा 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों ही तरीकों से उपलब्ध हो चुके हैं। 20 फरवरी 2023 से चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। तीर्थयात्री अब अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर नीचे दी गई सूची के किसी भी विकल्प का उपयोग करके अपना पंजीकरण कर सकते हैं।
- फिजिकल रजिस्ट्रेशन –
यदि आप वर्तमान समय में चार धाम यात्रा 2023 की योजना बना रहे हैं तो आप उत्तराखंड सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित पंजीकरण स्थलों पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यह फिजिकल रजिस्ट्रेशन स्थल हरिद्वार के राही होटल में और ऋषिकेश के आईएसबीटी, आरटीओ और गुरुद्वारा क्षेत्र में स्थित हैं, जहां से आप अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन –
आपको बता दें कि ऑनलाइन पंजीकरण करने के चार तरीके हैं। इस लेख में आगे सभी चार तरीकों की विस्तार से चर्चा की गई है। ऑनलाइन पंजीकरण के कई लाभ हैं, जैसे कि आपको लंबी कतारों में खड़े होकर अपना समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। आप अपने घर में बैठकर आराम से पवित्र चार धाम यात्रा 2023 के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।

Char Dhaam Yatra 2023 ऑनलाइन पंजीकरण करने के चार तरीके
1. चार धाम यात्रा 2023 में पंजीकरण करने का पहला तरीका –
- सबसे पहले उत्तराखंड सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट (registrationandtouristcare.uk.gov.in) पर जाएं।
- अब होम पेज पर उपस्थित ‘Register/Login’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब सभी आवश्यक विवरण भरें, जैसे की आपका नाम, मोबाइल नंबर, पता इत्यादि।
- इसके बाद ‘Sign Up’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा।
- वह ओटीपी एंटर करें।
- अब आप अपने अकाउंट में लॉग इन कर सकते हैं। अपना रजिस्टर मोबाइल नंबर, पासवर्ड और कैप्चा जैसे विवरणों को दर्ज करके अकाउंट में प्रवेश कर सकते हैं।
- इसके बाद स्क्रीन पर एक वेब पेज ओपन होगा। जहाँ आप अपनी चार धाम यात्रा 2023 की पूरी ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
- यहां दो विकल्प आपको मिलेंगे। दोनों विकल्पों में से एक- ‘Create/Manage tour info’ पर क्लिक करें।
- इसके बाद ‘New Tour’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब आवश्यक विवरणों के साथ फॉर्म को भरें, जैसे यात्रा का प्रकार, यात्रा का नाम, डेस्टिनेशन इत्यादि।
- अब ‘Save’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब ‘Add Pilgrim’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अब आपकी स्क्रीन पर पर्यटक पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा।
- अब इस फॉर्म को आवश्यक विवरणों के साथ भरें।
- अब डाटा को सेव करने के लिए ‘Save’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अंत में ‘यात्रा रजिस्ट्रेशन लेटर’ को डाउनलोड कर इसका एक प्रिंट आउट भी निकाल लें।
2. चार धाम यात्रा 2023 में पंजीकरण करने का दूसरा तरीका –
चार धाम यात्रा 2023 के लिए आप व्हाट्सऐप के जरिए भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आपको बस 8394-833-833 इस नंबर पर YATRA टाइप करके भेजना होगा, इसके बाद पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
3. चार धाम यात्रा 2023 में पंजीकरण करने का तीसरा तरीका –
चार धाम यात्रा 2023 के पंजीकरण के लिए तीसरा तरीका यह है कि आपको अपने मोबाइल में टूरिस्टकेयर उत्तराखंड ऐप (mobile app Touristcare Uttarakhand) डाउनलोड करना होगा, जिसकी सहायता से आप पंजीकरण कर सकते हैं।
4. चार धाम यात्रा 2023 में पंजीकरण करने का चौथा तरीका –
चार धाम यात्रा 2023 के लिए पंजीकरण करने का चौथा और अंतिम तरीका यह है कि आप टोल-फ्री नंबर, 01351364 पर कॉल करें। इस नंबर के माध्यम से आप सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करके यहां से पंजीकरण करा सकते हैं।
Char Dhaam Yatra 2023 के लिए परिवहन की सुविधा –
चार धाम यात्रा 2023 के लिए तीर्थ यात्रियों के पास दो परिवहन साधन उपलब्ध हैं, जोकि सड़क मार्ग यात्रा और वायु यात्रा है।
हेलीकॉप्टर द्वारा चार धाम की यात्रा –
यदि आपके पास अधिक समय नहीं है तो आपको निश्चित रूप से हवाई मार्ग से ही अपनी यात्रा करनी चाहिए। यदि आप हवाई यात्रा करना चाहते हैं तो आपको उत्तराखंड सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट (www.heliservices.uk.gov.in) से बुकिंग करनी होगी।
यदि आप हवाई यात्रा करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 5 दिन और 4 रातों के समय की आवश्यकता होगी। तीर्थयात्रियों को देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड पर जाना होगा। हवाई यात्रा करने वाले सभी तीर्थ यात्री अपनी चार धाम यात्रा देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से शुरू करेंगे और यात्रा यहीं पर खत्म होगी।
सड़क मार्ग द्वारा चार धाम की यात्रा –
सड़क मार्ग से चार धाम यात्रा करने के लिए आपको कम से कम 10 दिन और 10 रातों के समय की आवश्यकता होगी। इसमें 18000 से लेकर 25000 रुपए तक प्रति व्यक्ति खर्च आ सकता है। हालांकि आपका कितना खर्च होगा, ये आपके ट्रिप पैकेज पर भी निर्भर करता है। जो लोग सड़क मार्ग से यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें अपनी यात्रा की शुरुआत से एक दिन पहले हरिद्वार पहुंचना होगा।
सड़क मार्ग से चार धाम की यात्रा करने वाले तीर्थ यात्री हरिद्वार से अपनी यात्रा शुरू करेंगे, फिर यमुनोत्री धाम, गंगोत्री धाम, फिर केदारनाथ धाम और अंत में बद्रीनाथ धाम जाएंगे, जहां यात्रा का समापन होगा।
Char Dhaam Yatra 2023 के लिए टूर पैकेज –
चार धाम यात्रा 2023 के टूर पैकेज के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका यह है कि, आप उत्तराखंड सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट (www.uttarakhandtourism.gov.in) पर जाएं। अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर आप जो भी टूर पैकेज लेना चाहते हैं, उसे चुन सकते हैं।
तीर्थयात्रियों के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) ने भी एक ट्रिप पैकेज जारी किया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने चार धाम यात्रा 2023 के लिए एक पैकेज की घोषणा की है। ये यात्रा मुंबई से शुरू होगी और वहीं पर समाप्त होगी।
हालांकि IRCTC ने दिल्ली समेत अन्य स्थानों से भी कुछ ऐसा ही पैकेज शुरू किया है। जिसे आप ले सकते हैं। इस टूर पैकेज के बारे में ज्यादा जानकारी चाहते हैं तो आप IRCTC की ऑफिशियल वेबसाइट (www.irctctourism.com) पर जाकर चेक कर सकते हैं।
इसके अलावा, टूर पैकेज के लिए Make My Trip और Yatra.com जैसी ट्रैवल पोर्टल का उपयोग भी कर सकते हैं। हालांकि आप इस बात का ध्यान जरूर रखें कि यहां से पैकेज लेने से पहले इन सभी प्राइवेट संस्थानों में भुगतान करने से पहले सभी विवरणों को दोबारा जांच लें।
Char Dhaam Yatra 2023 के लिए अतिरिक्त जानकारी –
यदि आप अपने निजी वाहन से चार धाम की यात्रा कर रहे हैं तो आपको उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को पढ़ने की जरूरत है। उत्तराखंड सरकार ने कमर्शियल वाहनों के लिए फर्स्ट एड बॉक्स, एक लकड़ी का लट्ठा और आपातकालीन स्थितियों के लिए एक रस्सी रखना अनिवार्य है।
ज्यादा जानकारी के लिए यात्री उत्तराखंड सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट (transport.uk.gov.in.) वेबसाइट पर जा सकते हैं।
Char Dhaam Yatra 2023 के लिए चेक लिस्ट –
चार धाम यात्रा 2023 की अपनी पूरी योजना बनाने के बाद तीर्थयात्रियों को एक चेक लिस्ट बनानी होगी। इस चेक लिस्ट में चार धाम यात्रा 2023 के लिए प्रस्थान करने से पहले कुछ आवश्यक चीजें एड करना ना भूलें। आपकी सुविधा के लिए, हमने एक चेक लिस्ट बनाई है, ताकि आप कुछ भी आवश्यक चीजें ना भूलें।
- फोटो, आईडी प्रूफ
- चार धाम यात्रा 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट/QR Code आपके फोन में होना चाहिए।
- गरम कपड़े
- स्नैक्स एंड ड्राई फ्रूट्स
- एक्स्ट्रा वॉटर
- फर्स्ट एड किट और जरूरी दवाइयां
- पावर बैंक
- ट्रैकिंग शूज
- टॉइलेट्री किट
- रेन कोट, अम्ब्रेला और एक वॉटर प्रूफ़ बैकपैक
Written By : Arti Saxena
Char Dhaam Yatra 2023 FAQ
उत्तर – चार धाम यात्रा 22 अप्रैल 2023 से प्रारंभ होगी।
उत्तर – उत्तराखंड सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट (registrationandtouristcare.uk.gov.in) पर जाकर आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
उत्तर – चार धाम यात्रा 2023 के लिए दो (सड़क मार्ग यात्रा और वायु यान द्वारा यात्रा) तरह के परिवहन साधन हैं।
उत्तर – चार धाम यात्रा 2023, 21 नवंबर 2023 (अस्थाई तिथि) को बंद हो सकती है।
उत्तर – चार धाम 2023 यमुनोत्री से शुरू होगी, फिर गंगोत्री, केदारनाथ होते हुए अंत में बद्रीनाथ की तरफ बढ़ेगी।
उत्तर – हाँ, चार धाम यात्रा 2023 के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध है।
उत्तर – चार धाम यात्रा 2023 के टूर पैकेज के बारे में अधिक जानने का सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका उत्तराखंड सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट www.uttarakhandtourism.gov.in पर जाना है।
उत्तर – बद्रीनाथ धाम पालनकर्ता भगवान विष्णु को समर्पित है।
उत्तर – केदारनाथ धाम भगवान शिव को समर्पित है।
उत्तर – बद्रीनाथ मंदिर 27 अप्रैल 2023 को खुलेगा।
उत्तर – केदारनाथ मंदिर 25 अप्रैल 2023 को खुलेगा।